दरभंगा : मैथिलीक पहिल फिल्म ममता गाबय गीत क निर्देशक 'सी परमानन्द' नहि रहलाह। हिंदी फिल्म, तीसरी कसम(1966) मे पहिल आ अखन धरिक अंतिम बेर मैथिली संवादक पाग हिनके ऊपर अछि।
मूल रूप सं दरभंगाक रहनिहार सी परमानंद मैथिली सिनेमा सं लेल गेल साक्षात्कार मे कहैत छथि, हम 16 बरख चट्टी घसलाक बाद 70क दशक मे लगभग स्थापित भ गेल छलौं। 1970 मे मैथिली प्रेम लेल मुंबई छोड़ि देलौं मुदा मैथिली फ़िल्मक सत्यजीत रॉय बनबाक हमर सपना चूर-चूर भ गेल. कुर्बान भेलऊँ नहि, कुर्बान करा देल गेलौं। परमानंद कहने छलथि जे दुःख त हमरा एही गप्पक अछि जे हमरा सभ केन मिथिला-मैथिली सं एकदम एकात क देल गेल, कियौक पूछै वला नहि। ओ मैथिल समुदाय सं कतेक दुखी छलथि से से बुझल जा सकैत अछि।
2012 मे केदारनाथ चौधरी एकटा पोथी अनला 'अबारा नहितन'. , इ पोथी मैथिलीक पहिल फिल्म ममता गाबय गीत कोना बनल ओकर सजीव चित्रण करैत अछि।
मूल रूप सं दरभंगाक रहनिहार सी परमानंद मैथिली सिनेमा सं लेल गेल साक्षात्कार मे कहैत छथि, हम 16 बरख चट्टी घसलाक बाद 70क दशक मे लगभग स्थापित भ गेल छलौं। 1970 मे मैथिली प्रेम लेल मुंबई छोड़ि देलौं मुदा मैथिली फ़िल्मक सत्यजीत रॉय बनबाक हमर सपना चूर-चूर भ गेल. कुर्बान भेलऊँ नहि, कुर्बान करा देल गेलौं। परमानंद कहने छलथि जे दुःख त हमरा एही गप्पक अछि जे हमरा सभ केन मिथिला-मैथिली सं एकदम एकात क देल गेल, कियौक पूछै वला नहि। ओ मैथिल समुदाय सं कतेक दुखी छलथि से से बुझल जा सकैत अछि।
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ममता गाबय गीतक पोस्टर |
2012 मे केदारनाथ चौधरी एकटा पोथी अनला 'अबारा नहितन'. , इ पोथी मैथिलीक पहिल फिल्म ममता गाबय गीत कोना बनल ओकर सजीव चित्रण करैत अछि।
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