81 बरख पहिले राजनगर
राजनगर: 1934 क' भूकंप क' सभ सं पैघ त्रासदी राजनगर, मधुबनी झेललक. भारतक हिन्दू राजा-महाराजाक अध्यात्मिक गुरु, दरभंगाक महाराजाधिराज आ भारतक महान साधक द्वारा कमला नदी लग मंदिर आ पोखरि सं युक्त शानदार महल जेकर एक-एक टा ईंट हिन्दू वैभव कें देखाबैत छल, तासक महल जेना ढहि गेल.
मुख्य महलमे प्रवेश दुर्गा हॉल होइत छल जाहिमे दुर्गाजीक सुन्नर संगमरमरक मूर्ति छल, शानदार दरबार हॉल छल, ओहि सं सटल ड्राइंग रूम उत्तरमे गणेश भवन. महलक सभ सं पुरान हिस्सा बड़का कोठा कहाबैत छल. मंदिर दिस शिव मंदिर जे की दक्षिण भारतीय मॉडलक छल, ठीक ओनाही सूर्य मंदिर, उज्जर संगमरमरक काली मंदिर जे पूरा प्रान्तमे कतहु नहि छल, अर्धनारीश्वर मंदिर ,राजराजेश्वरी मंदिर ,गिरजा मंदिर.
परिसर सं बाहर सचिवालय भवन. नदीक कछेर लग निम्मन घाट. महाराजा रामेश्वर सिंह अप्पन एहि ड्रीम लैंडमे करोड़ों रुपैया सं फाजिल पौराणिक कला आओर संस्कृति कें देखेबा लेल खर्च केने छलथि। देशक कोनो कोन सं आबय वाला व्यक्ति एहि स्वर्गिक ठाम कें देखि प्रशंसा करैत नहि थकैत छलथि. 15 जनवरी 1934 क दुपहरियाक 2:45 बजे सं इ सपना भ गेल मुदा अखनो एकर मंदिर आ टूटल सं अवशेष देखैत बनैत अछि.
रमण दत्त झा
अनुबाद उत्तम। कोटिशः धन्यवाद।
ReplyDelete