दरभंगा : पूरा मिथिला लगाएत भारत मे जतय आगामी 19 अक्टूबर माने के दीयाबाती मनाओल जाएत ओतहि मिथिलाक एकटा गाम नवादा ममे एक दिन पहिले दीयाबाती मनेबाक परंपरा रहल छैक. सभ बरख जकां एहियो बेर विश्वविद्यालय पंचागक निर्धारित तिथि सं एक दिन पहिले माने 18 अक्टूबर के दीयाबाती मनाओल जाएत. बताबी जे इ गाम दरभंगा जिलाक बेनीपुर अनुमंडल मे अबैत अछि. एहि गामक इ परंपराक कोनो पौराणिक ग्रंथ सं नहि लेल गेल अछि. गामक लोक सभ कहै छथि जे 150-200 बरख सं फाजिल सं इ परंपरा चलैत आबि रहल अछि.
गामक वृद्ध लोकनि बताबैत छथि, पौराणिक दृष्टिकोणे दीयाबाती चाइर दिनी पावनि अछि जे यम दीयाबाती स' ल' भातृद्वितीया पावनि धरि मनाओल जाइत अछि. एहिक अंर्तगत पूर्व मे दरभंगा राज मे यम दीयाबातीक दिन घी क' दीया जरा क' उक फेरबाक परंपरा रहल छैक. इहो गाम सकूनी वंशक जमींदारक गाम छल आ राज दरभंगा मे एक दिन पहिले दीयाबाती मनयबाक कारणे इहो सभ हुनक अनुकरण करैत रहला. ग्रामीण कहलनि जे एहि वंशक किछु लोक बहेड़ीक पघारी गाम मे रहै छथि आ ओतही आइयो इ परंपरा जीवित अछि जखन की लक्ष्मीपूजा एक दिन बाद कएल जाइत अछि. ओतहि गामक आन वंश मूलक लोक मिथिला मे निर्धारित तिथिक अनुसारे दीयाबाती मनबै छथि.
गामक वृद्ध लोकनि बताबैत छथि, पौराणिक दृष्टिकोणे दीयाबाती चाइर दिनी पावनि अछि जे यम दीयाबाती स' ल' भातृद्वितीया पावनि धरि मनाओल जाइत अछि. एहिक अंर्तगत पूर्व मे दरभंगा राज मे यम दीयाबातीक दिन घी क' दीया जरा क' उक फेरबाक परंपरा रहल छैक. इहो गाम सकूनी वंशक जमींदारक गाम छल आ राज दरभंगा मे एक दिन पहिले दीयाबाती मनयबाक कारणे इहो सभ हुनक अनुकरण करैत रहला. ग्रामीण कहलनि जे एहि वंशक किछु लोक बहेड़ीक पघारी गाम मे रहै छथि आ ओतही आइयो इ परंपरा जीवित अछि जखन की लक्ष्मीपूजा एक दिन बाद कएल जाइत अछि. ओतहि गामक आन वंश मूलक लोक मिथिला मे निर्धारित तिथिक अनुसारे दीयाबाती मनबै छथि.
0 comments:
Post a Comment