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फोटो: अजित चौधरी |
मिथिलाक विरासत मिथिला पेंटिंग आब ट्रेन पर सेहो देखल जाएत. बिहार क' बहुतो रेलवे टीसन क' दीवार के सजेलाक बाद मिथिला पेंटिंग सं आब बिहार संपर्क क्रांति आ पटना राजधानी सन ट्रेन के सजाओल जा रहल अछि. मिथिलाक एहि पारंपरिक कला कें बढ़ावा देबा लेल एकर शुरुआत कयल गेल अछि. शुरुआत मे पटना राजधानी क' 22 टा कोच क' अंदर आओर बाहर मिथिला पेटिंग क' अद्भुत नजारा देखबाक लेल भेटत.
प्रभात खबर सं गप्प करैत दानापुर डिवीजनल रेलवे मैनेजर (डीआरएम) रंजन ठाकुर कहलनि, "मिथिला पेंटिंग सं 100 टा कोच के सजाओल जाएत. एहि मे राजधानी एक्सप्रेस क' संग संपर्क क्रांति एक्सप्रेस आ जनसाधारण एक्सप्रेस मे पारंपरिक मिथिला चित्रकारी कयल जाएत. एहि कलाकृति क' संग पटना राजधानी एक्सप्रेस क' एकटा विशिष्ट पहिचान बनि जओत, जे राजेंद्र नगर स्टेशन सं नई दिल्ली धरि चलैत अछि. स्थानीय कलाकार सभकें अप्पन प्रतिभाक प्रदर्शन करबाक मौका सेहो भेटत."
एहि स्पेशल प्रोजेक्ट पर भारतीय रेलवे करीब 1 लाख रुपये प्रति कोच पर खर्च करबाक नियार केने अछि. अधिकारी बतौलनि जे दरभंगा जंक्शन पर वेटिंग हॉल सहित आओर ठाम सभकें मिथिला पेंटिंग सं सजाओल जा रहा छैक. एकरा अतिरिक्त, मिथिला पेंटिंग क' ल' रेलवे एकटा आओर डेग उठेलक अछि. रेलवे आब दरभंगा सं चलनिहार सभटा ट्रेन क' नाम मे मिथिला पेंटिंग के जोड़बाक प्लान बनेलक अछि आ एकरा लेल ट्रायल सेहो शुरू भ' गेल अछि.
अहां के बताबी जे दरभंगा जंक्शन क' यार्ड मे बिहार संपर्क क्रांति एक्सप्रेस क' एक टा बोगी कें मिथिला पेंटिंग सं सजोओल गेल अछि जे देखबा मे बड्ड सुन्नर लागि रहल छैक. दरभंगा से नई दिल्ली धरि चलय बाली वाली बिहार संपर्क क्रांति सुपरफास्ट पहिल ट्रेन होएत जेकर कोच पूर्ण रूपे मिथिला पेंटिंग सं सजल होएत.
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