Thursday, July 5, 2012

राजकीय उपेक्षाक दंश सहति मैथिली

मुजफ्फरपुर/पूर्णिया : बिहारक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मिथिला मेँ आयोजित प्राय: प्रत्येक सभामे बेर-बेर कहैत रहलाह अछि जे 'मिथिलाक विकासक बिना बिहार विकास संभव नहि। 'जौँ ह्रदय सँ मुख्यमंत्री उक्त कथन के स्वीकार करैत छथि तऽ मिथिलाक मातृभाषा मैथिली के प्राथमिक स्तर सँ अध्ययन अध्यापनक आदेशमे बिलम्ब किऐक ? अन्य विषयक प्राथमिक स्तर पर मैथिली शिक्षकक नियुक्तिक प्रावधान किऐक नहि ? उच्च शिक्षा मेँ मैथिलीक अध्यापनक व्यवस्था रहितहुँ प्राथमिक स्तर पर मैथिलीक अध्यापन प्रावधान नहि रहला सँ महाविद्यालय आ विश्वविद्यालय स्तर पर मैथिलीक छात्र-छात्रा सभक संख्या सोचनीय अछि। एहि दुरंगी नीति के की अर्थ ? ओना राज्य सरकार विद्यापति पर्व समारोह के राजकीय पर्व समारोह आ जानकी नवमी के दिन सार्वजनिक अवकाशक घोषणा कऽ एहि क्षेत्रक लोकनिक मुँह बन्द करबाक प्रयास अवश्य कयलक अछि। मुदा , एहि सँ मातृभाषा मैथिलीक विकास कहाँ धरि संभव भऽ सकत ?

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