पटना : विद्यापति पर्व राष्ट्रीय समारोहक रूप में मनाओल जाय। विद्यापति सामाजिक समरसता केर महान चिंतक विचारक छलाह। ओ जन्म से लऽ विवाह पर कविताक रचना केलैथ। एहन कवि शताब्दी में एक बार जन्म लैत छैथ। इ बात स्वास्थ्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे कहला। बिहार अभियंता सेवा संघ परिसर, बुद्ध मार्ग में चलि रहल दू दिवसीय विद्यापति पर्व समारोहक मंगलदिन संपन्न भऽ गेल।इ समारोह चेतना समितिक तत्वावधान मेँ भेल।
स्वास्थ्य मंत्री कहलैथ जे लोकसभाक प्रांगण में महाकवि विद्यापतिक प्रतिमा लगाओल जाय। एकरा लेल बिहार केर सांसद एकरा मुद्दा बनौबैथ। प्रतिमा लगय सऽ पूरा विश्व हुनक जीवन सऽ परिचित होयत। हुनक माननाय छन जे विद्यापति शिव केर अवतार लऽ शिव केर पूजा करैत छलाह। एहन कोनो भक्त नहिँ होयत जिनका घर में भगवान चाकरी करैत हेता। मौका पर कला आ संस्कृति मंत्री डा. सुखदा पांडेय कहलैथ जे विद्यापति जन भाषा में काव्यक रचना केलैथ जाहि कारण जन मानस के कवि बनि गेला। विद्यापति घर-घर में बसि गेला हँ। ओ कहलैथ जे सरकार प्राथमिक विद्यालय सऽ मैथिलीक पढ़ाई पर विचार करत आ एकरा लेल शिक्षकक बहाली करत। अगिला विद्यापति पर्व विद्यापति भवन में मनाओल जाय। विधायक विनोद नारायण झा कहलैथ जे प्राथमिक विद्यालय में मैथिल शिक्षक की बहाली हो। मिथिलाक इतिहास 4 सौ वर्ष पुरान अछि। विधायक विजय कुमार मिश्रा पटना में विद्यापतिक प्रतिमा लगयबाक मांग केलैथ। कार्यक्रमक अध्यक्षता संस्थाक अध्यक्षा प्रमिला झा केलैथ आ संचालन सचिव विवेकानंद ठाकुर केलैथ।धन्यवाद ज्ञापन रघुवीर मोची केलैथ। एहि सऽ पूर्व दिन भरि कार्यक्रमक आयोजन कैल गेल। गोष्ठीक आयोजन सेहो कैल गेल। जाहि मेँ डा. रत्नेश्वर मिश्र, देवेंद्र झा, डा.पी सिंह, मधुकांत झा, प्रो. कर्ण, डा. रमण झा रमण भाग लेलैथ। एकरा बाद मिथिला महिला समिति द्वारा आनंद मेलाक आयोजन कैल गेल। बाल मेला में दू चरण में प्रतियोगिताक आयोजन कैल गेल। जाहि मेँ 21 गोट बच्चा कें पुरस्कार देल गेल। बच्चा केँ पुरस्कार मानवाधिकार आयोगक अध्यक्ष एसएन झा प्रदान केलैथ। स्नेहा वर्मा 'कन्हैया झूले पालनेना..' आ 'पपिहरा के देवइ उड़ा सखी रे..' लोकगीतक संग सांस्कृतिक कार्यक्रम शुरूआत केलैथ जेकरा बाद श्रोता बहुत देर धरि झूमैत रहला। एकरा बाद पारंपरिक गीत श्यामा झा, आधुनिक गीत मनीष जे. टीपू, लोक गीत रेखा झा व सुरेंद्र नारायण यादव गेलैथ। हुनक संगत जीवानंद झा निराला, हरिहर पाठक, भोला स्वर्णकार व रंधीर कुमार देलैथ। एकरा बाद मैथिली नाटक अदभुत संयोग केर मंचन भेल। एकर निर्देशन उमाकांत झा केलैथ जे कुमार गगन द्वारा लिखल गेल छल।
स्वास्थ्य मंत्री कहलैथ जे लोकसभाक प्रांगण में महाकवि विद्यापतिक प्रतिमा लगाओल जाय। एकरा लेल बिहार केर सांसद एकरा मुद्दा बनौबैथ। प्रतिमा लगय सऽ पूरा विश्व हुनक जीवन सऽ परिचित होयत। हुनक माननाय छन जे विद्यापति शिव केर अवतार लऽ शिव केर पूजा करैत छलाह। एहन कोनो भक्त नहिँ होयत जिनका घर में भगवान चाकरी करैत हेता। मौका पर कला आ संस्कृति मंत्री डा. सुखदा पांडेय कहलैथ जे विद्यापति जन भाषा में काव्यक रचना केलैथ जाहि कारण जन मानस के कवि बनि गेला। विद्यापति घर-घर में बसि गेला हँ। ओ कहलैथ जे सरकार प्राथमिक विद्यालय सऽ मैथिलीक पढ़ाई पर विचार करत आ एकरा लेल शिक्षकक बहाली करत। अगिला विद्यापति पर्व विद्यापति भवन में मनाओल जाय। विधायक विनोद नारायण झा कहलैथ जे प्राथमिक विद्यालय में मैथिल शिक्षक की बहाली हो। मिथिलाक इतिहास 4 सौ वर्ष पुरान अछि। विधायक विजय कुमार मिश्रा पटना में विद्यापतिक प्रतिमा लगयबाक मांग केलैथ। कार्यक्रमक अध्यक्षता संस्थाक अध्यक्षा प्रमिला झा केलैथ आ संचालन सचिव विवेकानंद ठाकुर केलैथ।धन्यवाद ज्ञापन रघुवीर मोची केलैथ। एहि सऽ पूर्व दिन भरि कार्यक्रमक आयोजन कैल गेल। गोष्ठीक आयोजन सेहो कैल गेल। जाहि मेँ डा. रत्नेश्वर मिश्र, देवेंद्र झा, डा.पी सिंह, मधुकांत झा, प्रो. कर्ण, डा. रमण झा रमण भाग लेलैथ। एकरा बाद मिथिला महिला समिति द्वारा आनंद मेलाक आयोजन कैल गेल। बाल मेला में दू चरण में प्रतियोगिताक आयोजन कैल गेल। जाहि मेँ 21 गोट बच्चा कें पुरस्कार देल गेल। बच्चा केँ पुरस्कार मानवाधिकार आयोगक अध्यक्ष एसएन झा प्रदान केलैथ। स्नेहा वर्मा 'कन्हैया झूले पालनेना..' आ 'पपिहरा के देवइ उड़ा सखी रे..' लोकगीतक संग सांस्कृतिक कार्यक्रम शुरूआत केलैथ जेकरा बाद श्रोता बहुत देर धरि झूमैत रहला। एकरा बाद पारंपरिक गीत श्यामा झा, आधुनिक गीत मनीष जे. टीपू, लोक गीत रेखा झा व सुरेंद्र नारायण यादव गेलैथ। हुनक संगत जीवानंद झा निराला, हरिहर पाठक, भोला स्वर्णकार व रंधीर कुमार देलैथ। एकरा बाद मैथिली नाटक अदभुत संयोग केर मंचन भेल। एकर निर्देशन उमाकांत झा केलैथ जे कुमार गगन द्वारा लिखल गेल छल।
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