Monday, April 24, 2017

बिहारक पहिल स्वर कोकिला क' बरसी पर विशेष : विंध्यवासिनी देवी

मुजफ्फरपुर मे जनमल विंध्यवासिनी देवी कें सभसं पहिले बिहार कोकिला कहल गेल छल. मगही फिल्म 'भैया' सेहो विंध्यवासिनी देवीक गीत छल. फणीश्वर नाथ रेणु क' उपन्यास मैला आंचल पर बनय वला फिल्म 'डागडर बाबू' लेल आरडी बर्मन क' निर्देशन मे सेहो दू टा गीत लिखने छलथि. 

ओहि समय मे कैसेट, सीडी, यूट्यूब नहि होइत छलै, जखन आकाशवाणी पटना सं विंध्यवासिनी देवी, गाम-गाम तक लोक संगीत पहुंचा रहल छली. पटना मे विंध्य कला मंचक स्थापना क' कतेको विंध्यवासिनी कें तैयार केलनि. 2005 क' अंत सं विंध्यवासिनी बीमार रहय लगली आ 2006क' अप्रैल मे नहि रहली.

मैथिली फिल्म कन्यादान लेल 'हो रामा पिया रे बिनु' लिखने छलथि जेकरा मन्ना डे गेने छथि आ लागले हिंडोलवा अमवा के डार सेहो लिखने छलथि जे उषा मंगेशकर आ कमल बरोट गेने छलथि. 

हिनका द्वारा गायल गेल किछु प्रमुख लोकगीत क' बोल 

गरजे-बरसे रे बदरवा...
हरि मधुबनवा छाया रे...
हमसे राजा बिदेसी जन बोल...

जखन महात्मा गांधी चंपारण जेबा लेल मुजफ्फरपुर आयल छला तखन विंध्यवासिनी सं प्रभावित भेल छलथि, तखन तिरहुत क्षेत्रक महिला सभ मे 'हम साड़ी ना पहिनब बिदेसी हो पिया देसी मंगा द...' गीत लोकप्रिय भ' गेल छलै, जे विंध्यवासिनी द्वारा लिखल आ प्रसारित कयल गेल छल.

विंध्यवासिनी देवी कें संगीत नाटक अकादमी सम्मान, पद्मश्री सम्मान, बिहार रत्न सम्मान, देवी अहिल्या बाई सम्मान, भिखारी ठाकुर सम्मान लगाएत बहुतो पुरस्कार भेटलन. प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी हिनकर कृति आ लोक गायिकी सं प्रभावित भ' स्वर कोकिला क' उपाधि देने छलथि.

हिनका मैथिली, मगही आ भोजपुरी पर समान अधिकार छल. हिनक आवाज मे बहुत कम ऑडियो/वीडियो इंटरनेट पर उपलब्ध अछि, ओहि म' सं किछु सुनी :


                                          

                                         


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