Tuesday, July 31, 2018

मोहम्मद रफ़ी 38म पुण्यतिथि: हिनके आवाज़ मे सुनी मैथिली गीत

आई मोहम्मद रफ़ी के पुण्यतिथि अछि. आई सं 38 बरख पहिले मोहम्मद रफ़ी अंतिम सांस लेने छलथि. मोहम्मद रफ़ी बहुतो भारतीय भाषा मे गीत गेलथि, एहि मे मैथिली गीत सभ सेहो छल. आऊ आई सुनैत छी मोहम्मद रफ़ी द्वारा गाओल मैथिली गीत.

माधव कि कहब सुन्दरि रूपे |
कतेक जतन विहि आनि समारल देखलि नयन सरूपे ||
पल्लवराज चरण-युग शोभित गति गजराजक माने |
कनक-कदलि पर सिंह समारल तापर मेरु समनि ||
मेरु उपर दुइ कमल फुलायल नाल बिना रुचि पाई |
मनिमय हार धार बह सुरसरि तें नहि कमल सुखाई ||
अधर-बिम्ब सन दसन दाड़िम-विजु रविससि उगथिक पासे |
राहु दूरि बसु नियरो न आवथि तैं नहि करथि गरासे ||
सारंग नयन बचन पुन सारंग सारंग तसु समधाने |
सारंग उपर उगल दस सारंग केलि करथि मधुपाने ||
भनइ विद्यापति सुन वर यौवति एहन जगत नहिं जाने |
राजा सिवसिंघ रुपनरायन लखिमादइ प्रति भाने ||

गीत सुनी,

(ई गीत विद्यापति फिल्म 1964 सं लेल गेल अछि.)


एहि फ़िल्मक एकटा आओर गीत रफ़ी क' आवाज़ में सुनी.

अच्युत चरण तरंगिनी जय गंगे मां गंगे जय गंगे...


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