Tuesday, January 8, 2013

मिथिलाक पोखरिं मएँ वियतनामक माछ


'पाग-पोखरि माछ-मखान' मिथिलाक गौरब अछि। रेहू, नैनी, मांगुर, भाकुड़, झींगा, कतरी, पोठीञां केर साथे साथ आब अहांक प्लेट मएँ व्येतनामक माछ सेहो खाएला भेंटत। कयैक की आब मिथिलाक पोखरि मएँ व्यतनामी मूलक ‘पंगाश’ माछ पोसल जाएत। पंगाश प्रजातिक माछ प्रतिकूल परिस्थिती मएँ सेहो स्वतःके सम्हारएक सक्षम होइत अछि।
मतस्य बिभागक योजनाक हिसाब सँ एकर उत्पादन प्रति हेक्टेयर 15 टन धरि कएल जा सकैत अछि। एकर इहए विशेषताक कारण एकरा मिथिलाक पोखरिं मएँ पोसल जाएत। एकरा लेल पोसनिहार लोकनिं कए ६०% केर अनुदान सेहो देल जाएत।

द्वारिका प्रसाद गुप्ता, जिला मत्स्य पदाधिकारी जनओलाह की दड़िभंगा जिले मएँ योजनाक शुरुआत कए देल गेल अछि, मुदा एखन पोसन शुरू नञिं कएल गेल अछि। कुल 14 लोग आवेदन देलाह अछि, जेकर स्वीकृति लेल पटना भेजल गेल अछि।

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